किसी भी प्रॉडक्ट या सर्विस को लोगों तक पहुंचाने के लिए मार्केटिंग जरूरी है। आज डिजिटल के जमाने में मार्केटिंग के तरीके में भी काफी परिवर्तन आया है। आज किसी भी प्रॉडक्ट या सर्विस की पहुंच बढ़ाने के लिए इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग सबसे ज्यादा प्रभावशाली साबित हुआ है। आज इस ब्लॉग के जरिए हम आपको इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग क्या है? (Influencer Marketing in Hindi), कैसे काम करती है?, उनके प्रकार, फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।
हमारे अनुभवी डिजिटल और इन्फ्लुएंसर मार्केटर Rk Thakur के मार्गदर्शन में, आप सीखेंगे कि कैसे अपने बिजनेस या करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। BCIT WORLD के साथ, डिजिटल मार्केटिंग में सफलता अब आपके हाथों में है!
In this Article
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग क्या है? (What is Influencer Marketing in Hindi)
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग (Influencer Marketing Meaning in Hindi) का एक हिस्सा है। इसमें सोशल मीडिया के इन्फ्लुएंसर यानी प्रभावशाली लोग जिनके लाखों में फॉलोअर्स होते हैं, उनके जरिए प्रॉडक्ट या सर्विस का प्रचार (इन्फ्लुएंसर के जरिए मार्केटिंग कैसे किया जाता है?) किया जाता है। इन्फ्लुएंसर किसी भी प्रॉडक्ट या सर्विस को इस्तेमाल कर अपनी राय अपने फॉलोअर्स को बताते हैं। इन्फ्लुएंसर्स भी मार्केटिंग के लिए अपने फॉलोअर्स के हिसाब से पैसे (इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाएं?) कमाते हैं।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग कैसे काम करती है? (How Does Influencer Marketing Work)
Influencer Marketing in Hindi में जानने के बाद लोग ये जानते है की ये कैसे काम करती है, ऐसे लोग जिनके सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा फॉलोअर्स हैं उन्हें इन्फ्लुएंसर (Influencer Meaning) कहा जाता है। इन्फ्लुएंसर की राय पर फॉलोअर्स काफी ज्यादा विश्वास रखते हैं। ऐसे में उनके द्वारा किए गए ब्रांड प्रमोशन पर भी उनका विश्वास रहता है। इन्फ्लुएंसर वीडियो रिल्स या पोस्ट के जरिए किसी भी प्रॉडक्ट या सर्विस प्रमोशन करते हैं और वह उनके फॉलोअर्स तक पहुंचाते हैं। इससे कंपनी की ब्रांड अवेयरनेस बढ़ती है साथ इसका सीधा फायदा बिक्री पर भी पड़ता है।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के प्रकार (Types of Influencer Marketing in Hindi)
फॉलोअर्स की संख्या के आधार पर Influencer Marketing को अलग-अलग प्रकार में बांटा गया है:
मेगा इन्फ्लुएंसर (Mega Influencers)
मेगा इन्फ्लुएंसर वो है जिनके 1 मिलियन (10 लाख) से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इन्हें सेलिब्रिटी इन्फ्लुएंसर भी कहा जाता है। यह टाइटल अक्सर एक्टर्स-एक्ट्रेस, म्यूजिशियन या खिलाड़ीओं को दिया जाता है।
मैक्रो इन्फ्लुएंसर (Macro Influencers)
मैक्रो इन्फ्लुएंसर के 100K से 1M फॉलोअर्स वाले प्रमुख व्यक्ति होते हैं। वे ऐसे कंटेंट क्रिएटर्स होते हैं जो किसी क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं। यह इन्फ्लुएंसर अपने क्षेत्र से जुड़ी प्रॉडक्ट या सर्विस का हीं प्रमोशन करते हैं, क्योंकि उनके फॉलोअर्स उस क्षेत्र में रूचि होने की वजह से ही उनसे जुड़े हुए होते हैं।
माइक्रो इन्फ्लुएंसर (Micro Influencers)
इन इन्फ्लुएंसर के फॉलोअर्स की संख्या ज्यादा नहीं होती है या वे अपने फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील होते हैं। चूंकि इनके फॉलोअर्स कम होते है, इनसे प्रमोशन करवाना भी काफी किफायती रहता है।
नैनो इन्फ्लुएंसर (Nano Influencers)
इन इन्फ्लुएंर्स के फॉलोअर्स की संख्या 1000 से 10K के बीच होते हैं, लेकिन फिर भी ये उन सभी फॉलोअर्स के साथ जुड़े हुए रहते हैं। यह अपने फॉलोअर्स को वास्तविक और प्रामाणिक कंटेंट से प्रभावित करते हैं, इसलिए किसी विशेष समूह को लक्षित करने के लिए नैनो इन्फ्लुएंसर की मदद ली जाती है।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के फायदे (Benefits of Influencer Marketing in Hindi)
प्रमुख कॉन्टेंट क्रिएटर्स किसी भी प्रॉडक्ट या सर्विस का प्रचार करके उनकी बिक्री को प्रभावित कर सकते हैं। प्रॉडक्ट या सर्विस के अलावा किसी रेस्टोरेंट, आउटफिट, कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट, ब्रांड के लिए प्रचार करते हैं:
- किसी भी ब्रांड को लोगों का विश्वास हासिल करने में समय लगता है। ऐसे में इन्फ्लुएंसर के जरिए लोगों में ब्रांड अवेयरनेस (Influencers & Brand Awareness) बढ़ाने में मदद मिलती है।
- कुछ इन्फ्लुएंसर किसी खास क्षेत्र से जुड़े होते हैं, उस क्षेत्र के लोगों तक पहुंच बढ़ाने में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग प्रभावी साबित होता है।
- टीवी एडवरटाइजिंग के मुकाबले इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग सस्ता होता है इतना ही नहीं इस मार्केटिंग की पहुंच भी ज्यादा होती है।
- इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के जरिए कम बजट में किसी खास रीजनल को लक्षित किया जा सकता है।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में सफल कैसे हों? (How to Succeed in Influencer Marketing)
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग शुरू करने से पहले कुछ पहलुओं (Tips For Influencer Marketing in Hindi) को जानना जरूरी है। इसके बाद इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग शुरू करने से उसमे सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- उद्देश्य पहचाने: अगर कोई नया बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो अपनी प्रॉडक्ट या सर्विस के प्रमोशन की जगह लोगों में सबसे पहले ब्रांड अवेयरनेस बढ़ाए। बाद अपने लक्षित ऑडियंस तक प्रॉडक्ट और सर्विस की पहुंच बढ़ाएं।
- रीजन पसंद करें: आपकी प्रॉडक्ट या सर्विस किसी खास रीजन के लिए है तो उसी रीजन से जुड़े इन्फ्लुएंसर से मार्केटिंग करवाएं।
- एक्टिव इन्फ्लुएंसर को पहचाने: कुछ इन्फ्लुएंसर के फॉलोअर्स तो ज्यादा होते हैं लेकिन वे कई दिनों से एक्टिव नहीं होते हैं, ऐसे में उनका फॉलोअर्स से कनेक्शन भी टूट चुका होता है, इसलिए एक्टिव इन्फ्लुएंसर को हीं चुनें।
अगर आप डिजिटल मार्केटिंग या Influencer Marketing में करियर बनाना चाहते हैं, तो पटना का सबसे भरोसेमंद Digital Marketing Training Institute, BCIT WORLD, आपके लिए बेस्ट चॉइस है।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का भविष्य (Future of Influencer Marketing in Hindi)
सोशल मीडिया पर युजर्स की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में ट्रेडिशनल मार्केटिंग के मुकाबले इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग (Traditional marketing vs Influencer Marketing) का प्रभाव भी बढ़ रहा है। आने वाले समय में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की डिमांड और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं।
निष्कर्ष
हम आशा करते हैं कि हमारे Influencer Marketing in Hindi से आपको मदद मिली है। सोशल मीडिया का प्रभाव आज की युवा पीढ़ी में बढ़ता जा रहा है। सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आज लोगों की प्रेजेंस को देखा जा सकता है। ऐसे में इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की डिमांड भी बढ़ती जा रही है। इन्फ्लुएंसर के प्रकार के आधार पर उनका चुनाव कर प्रमोशन करवाना सिर्फ़ किफायती हीं नहीं है बल्कि लक्षित लोगों तक पहुंच बढ़ाने का सबसे अच्छा जरिया भी है।
अगर आप भी डिजिटल मार्केटिंग या इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में करियर बनाना चाहते हैं, तो BCIT WORLD और Rk Thakur के साथ जुड़ें और अपने सपनों को साकार करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग से क्या फायदा है?
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग सस्ता होने के साथ ही इससे लक्षित लोगों तक पहुंच बढ़ाने में मदद मिलती है, इतना ही नहीं इससे ब्रांड अवेयरनेस भी बढ़ती है।
क्या छोटे बिजनेस के लिए इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग फायदेमंद है?
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग छोटे-बड़े सभी बिजनेस के लिए फायदेमंद है। बिजनेस के शुरूआती दौर में बिजनेस की जानकारी लोगों तक पहुंचाने में भी इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग फायदेमंद है।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की शुरुआत कैसे करें?
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के लिए सबसे पहले अपनी प्रॉडक्ट या सर्विस से जुड़े इन्फ्लुएंसर की खोज करें और फिर उनसे संपर्क कर लक्षित लोगों तक पहुंच बढ़ाएं।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के लिए सबसे अच्छे प्लेटफॉर्म कौन से हैं?
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया जैसे कि फेसबुक, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर का उपयोग किया जाता है, हालांकि की सबसे ज्यादा लोकप्रिय इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग प्लेटफॉर्म इन्स्टाग्राम है।
क्या इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में पैसा लगता है?
हां, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में पैसा लगता है, कुछ ब्रांड बार्टर सिस्टम के जरिए अपनी महंगी प्रॉडक्ट या सर्विस इन्फ्लुएंसर को मुफ्त में देकर भी मार्केटिंग करवाते हैं।
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग और सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट में क्या फर्क है?
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में सोशल मीडिया के जरिए प्रमोशन किया जाता है, जबकि सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट में अभिनेता-अभिनेत्री, खिलाड़ी के जरिए एडवरटाइजिंग (टीवी, अखबार) के माध्यम से प्रमोशन किया जाता है।
क्या पटना में डिजिटल मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग सीखना फायदेमंद है?
बिल्कुल! पटना में डिजिटल मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। BCIT WORLD जैसे संस्थान आपको इंडस्ट्री-रेडी बनाते हैं, जिससे आपके लिए जॉब और फ्रीलांसिंग दोनों के मौके खुल जाते हैं।
BCIT WORLD से कोर्स करने के बाद जॉब की क्या गारंटी है?
BCIT WORLD पटना में 100% जॉब असिस्टेंस और प्लेसमेंट सपोर्ट देता है। हमारे कई स्टूडेंट्स ने लोकल कंपनियों, एजेंसियों और बड़े ब्रांड्स में सफल करियर बनाया है।