आज के डिजिटल समय में सभी बिजनेस की ऑनलाइन प्रेजेन्स बहुत ही जरूरी है और डिजिटल प्रेजेंट्स के लिए वेबसाइट से बेहतर ओर तरीका हो हीं नहीं सकता। वेबसाइट एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए किसी भी बिजनेस को दुनिया के किसी भी कोने में पहुंचाया जा सकता है। एक तरीके से अपने बिजनेस को ग्रॉ करने के लिए वेबसाइट एक ‘गेट वे’ की तरह काम करती है। ऐसे में वेबसाइट और उसे बनाने वाले वेब डेवलपर का महत्व समझा जा सकता है।
वेबसाइट बनाने के लिए वेब डेवलपमेंट का नॉलेज जरूरी है। वेब डेवलपमेंट का नॉलेज आपके करियर को एक नई उंचाई पर ले जाएगा। अगर आप भी वेब डेवलपर (Web Developer Kaise Bane) बनना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए हीं हैं।
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Web Development क्या है?
आइये जानते है, Web Development Kya Hota Hai और Web Development में वेबसाइट का बनाने से लेकर उसे नियमित रूप से अपडेट तक का काम शामिल होता है। इसमें वेब डिजाइन, वेब पब्लिकेशन, वेब प्रोग्रामिंग और डेटाबेस मैनेजमेंट जैसे पहलू शामिल होते हैं। इसमें एक एप्लिकेशन का निर्माण किया जाता है जो इंटरनेट पर वेबसाइट के नाम से काम करती है। वेब डेवलपमेंट में HTML (Hypertext Markup Language), CSS (Cascading Style Sheets) और JavaScript जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है।
वेब डेवलपर का मुख्य काम यह सुनिश्चित करना होता है कि वेबसाइट की डिजाइन अपीलिंग हो, नेविगेट करने में आसान हो। कुछ वेब डेवलपर का काम सिर्फ यहां तक सीमित न रहते हुए वेबसाइट के पर्फोर्मेंस और उसकी कैपेसिटी तक का होता है। वेब डेवलपमेंट को वेबसाइट डेवलपमेंट के नाम से भी जाना जाता है।
Web Development का महत्व क्या है? (Importance of Web Development in Hindi)
1. बिजनेस आइडिया की पहुंच बढ़ाना : बिजनेस आइडिया को लाखों लोगों तक पहुंचाने के लिए वेबसाइट (web development kya hota hai) एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 21वीं सदी में सभी बिजनेस की वेब प्रेजेंस आवश्यक है। वेबसाइट कंपनी की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में भी मदद करती है।
2. कस्टमर के साथ जुड़े रहने के लिए : वेबसाइट दुनियाभर के कस्टमर, क्लायंट के साथ जुड़े रहने के लिए एक अच्छा विकल्प है। कस्टमर की जरूरत को समझने के लिए भी वेबसाइट जरूरी है।
3. अधिक लीड और सेल्स बढ़ाने के लिए : वेबसाइट आपकी लीड और सेल्स को बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि इसकी वजह से आपके बिजनेस को ऑनलाइन ढूंढना आसान हो जाता है। अगर आपके बिजनेस की ऑनलाइन प्रेजेंस नहीं है तो कस्टमर की लिस्ट सीमित हीं रहेगी।
4. दूसरे बिजनेस से अलग दिखना : वेबसाइट आपके बिजनेस को भीड़ में अलग दिखने में मदद करती है। इसके लिए आपकी वेबसाइट अच्छी तरह से डिजाइन होनी चाहिए है, इसके अलावा यह नेविगेट करने में आसान होनी चाहिए। साथ में वेबसाइट को नियमित रूप से अपडेट करना भी जरूरी है।
5. ब्रांड अवेयरनेस और लॉयल्टी बढ़ाने के लिए : वेबसाइट से कस्टमर में ब्रांड अवेयरनेस और लॉयल्टी बढ़ाने में मदद मिलती है। जैसे कि, जिस वेबसाइट की डिजाइन यूज़र फ्रेंडली है उस पर कस्टम बार बार आएंगे, जो उन्हें ब्रांड के साथ जुड़े रहने में मदद करता है।
Web Development के प्रमुख प्रकार (Types of Web Development in Hindi)
Web Development के प्रमुख रूप से 3 प्रकार हैं जो निम्नलिखित हैं।
1. फ्रंट-एंड डेवलपमेंट (Front-end Development): इसमें वेबसाइट डेवलपमेंट का “क्लायंट फेसिंग” साइड शामिल होता है। सामान्य शब्दों में कहें तो यह वेबसाइट, ऐप्लिकेशन या डिजिटल प्रोडक्ट का वो हिस्सा होगा जिसे कस्टमर देख सकते हैं। फ्रंट-एंड डेवलपर वेबसाइट डिजाइन और विजुअल आइडिया को कोड में बदलने का काम करते हैं। फ्रंट-एंड डेवलपर को HTML, CSS और जावास्क्रिप्ट जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ साथ React, Bootstrap, Backbone, AngularJS और EmberJS जैसे फ्रेमवर्क की भी समझ होनी चाहिए।
2. बैक एंड डेवलपमेंट (Back-end Development): फ्रंट-एंड डेवलपर डिजिटल प्रोडक्ट कैसे दिखता है उस पर काम करते हैं तो बैक एंड डेवलपर इस पर काम करता है कि यह प्रोडक्ट कैसे काम करेगी। बैक एंड डेवलपर वेबसाइट के लिए बेसिक फ्रेमवर्क तैयार करता है और सुनिश्चित करता है कि यह ठीक तरीके से कार्य करें। उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी साइट की कार्यक्षमता सुनिश्चित करना है।
3. फुल स्टैक डेवलपमेंट (Full-stack Development): फुल स्टैक डेवलपर एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसे फ्रंट एंड और बैक एंड दोनों प्रकार से परिचित होता है। फुल स्टैक डेवलपर आमतौर विभिन्न प्रकार की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को समझते हैं। सभी कंपनी में सबसे ज्यादा डिमांड फुल स्टैक डेवलपर की हीं होती है।
Web डेवलपर कौन है?
वेब डेवलपर ऐसे प्रोफेशनल होते हैं जो वेबसाइट बनाने के साथ हीं उसकी देखभाल करने का काम करते हैं। वेब डेवलपर के पास वेबसाइट बनाने के लिए विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का नॉलेज होता है। वे क्लायंट की जरूरत को ध्यान में रखकर यूजर फ्रेंडली वेबसाइट तैयार करते हैं। इसके अलावा वेबसाइट को नियमित रूप से अपडेट करना, bugs को सुधारना जैसे कार्य भी संभालते हैं। और आइये हमलोग अछसे से जानते है Web Developer Kaise Bane और बनने के लिए क्या क्या सीखना परेगा।
वेब डेवलपर कैसे बने? (Web Developer Kaise Bane?)
वेब डेवलपर बनने के लिए आपके पास बैचलर्स डिग्री या मास्टर डिग्री होनी चाहिए।
1. वेब डेवलपमेंट फंडामेंटल्स को समझे : वेब डेवलपर बनने के लिए (Web Developer Kaise Bane) सबसे पहले HTML, CSS और जावास्क्रिप्ट जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ वेब डेवलपमेंट के फंडामेंटल्स को सीखना शुरू करें। कई डेवलपर्स जल्दी सीखने के लिए कोडिंग बूटकैंप का भी उपयोग कर रहे हैं। वेब डेवलपर को समय के साथ साथ ने टूल्स और डिजाइन को सीखते रहना चाहिए।
2. वेब डेवलपमेंट के किसी एक प्रकार को चुनें : वेब डेवलपमेंट के तीन प्रकार होते हैं। शुरुआत में उनमें से किसी एक प्रकार को चुनें और उसमें विशेषज्ञता हासिल करें। फ्रंट-एंड डेवलपमेंट के बाद बैक एंड डेवलपमेंट और आखिर में फुल स्टैक डेवलपमेंट के बारे में सीख सकते हैं। आपको जिसमें सबसे ज्यादा रूचि हो उसी में आगे बढे।
3. प्रोफेशनल सर्टिफिकेट हासिल करें : वेब डेवलपमेंट सीखने के लिए किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या फिर ऑनलाइन ऐसे हीं कोचिंग क्लास का चयन करें जो आपको सीखने बाद सर्टिफिकेट भी दे। यह सर्टिफिकेट हीं आपके लिए नौकरी के अवसर का ‘गेट वे’ बनेगा।
4. Code लिखना सीखें : वेब डेवलपमेंट के सभी प्रकार में कोड लिखना सीखना आवश्यक है। इसके साथ ही वेब डेवलपमेंट और वेब डिजाइन के लिए उपयोग लिए जाने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का नॉलेज भी जरूरी है।
5. Skills को अपग्रेड करते रहे : बेसिक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बाद जैसे जैसे आप आगे बढ़ेंगे आपको आपकी स्किल को लगातार अपग्रेड करते रहना पड़ेगा। जैसे कि SQL और Python में प्रोग्रामिंग, अच्छे प्रोग्रामिंग के लिए फंक्शन की jQuery लाइब्रेरी या वर्जन कंट्रोल के लिए Git टूल।
6. वेब डेवलपमेंट पोर्टफोलियो बनाएं : आपकी मजबूत स्किल को रिप्रेजेंट करने के लिए वेब डेवलपमेंट पोर्टफोलियो बनाएं, जो आगे जाकर आपके लिए रोजगार के नए अवसर को सुनिश्चित करेगा।
वेब डेवलपर बनने के फायदे (Advantages of being a Web Developer in Hindi)
1. High डिमांड : आज के समय में जहां लोग अपना ज्यादातर समय ऑनलाइन बिताते हैं ऐसे में सभी कंपनियों की ऑनलाइन प्रेजेन्स होना आवश्यक हो गया है। ऐसे में मार्केट में वेब डेवलपर की डिमांड भी बढ़ गई है, जिसकी वजह से हर रोज रोजगार के अवसर में भी बढ़ोतरी हो रही है।
2. High Paying सैलरी : वेब डेवलपमेंट करियर चुनने के लिए सबसे बड़ा फायदा उसकी सैलरी है। आपके अनुभव के आधार पर आपकी सैलरी में लगातार बढ़ोतरी होती है। हालांकि वेब डेवलपमेंट एक ऐसा फिल्ड है जहां लगातार नया सीखने की आवश्यकता रहती है। अगर आप भी अपनी स्किल को समय-समय पर अपग्रेड करते रहेंगे तो आपको मनचाही सैलरी आसानी से मिल जाएगी।
वेबसाइट बनाकर पैसे कैसे कमाए (Website Banakar Paise Kaise Kamaye)
आज के समय में सभी बिजनेस, ऑर्गेनाइजेशन के लिए वेबसाइट होना आवश्यक हो गया है लेकिन आप भी खुद की वेबसाइट बनाकर पैसे कमा सकते हैं।
1. Google Adsense : किसी भी वेबसाइट के जरिए पैसे कमाने के लिए गूगल एडसेंस एक अच्छा विकल्प है। आपकी वेबसाइट पर गूगल एड डिस्प्ले कर आप पैसे कमा सकते हैं। हालांकि पैसे कमाने के लिए आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक होना भी जरूरी है।
2. Webinars: अगर आपकी वेबसाइट एजुकेशन पर है तो आप वेबिनार के जरिए भी पैसे कमा सकते हो। इसके लिए आपको वेबिनार का ऐसा टॉपिक चुनना है जिस पर लोग सबसे ज्यादा सर्च कर रहे हो। इसके बाद Zoom या Google Meet के जरिए वेबिनार का आयोजन कर सकते हैं। इस वेबिनार को ज्वाइन करने के लिए यूजर्स से निश्चित फीज ले सकते हैं।
3. Affiliate Marketing: कई कंपनियां ऐसी होती है जो अपनी प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने के लिए पैसे देती है। जब भी कोई उस Link पर क्लिक करता है या purchase करता है तो उस पर आपको कमिशन मिलता है।
निष्कर्ष
आज सभी कंपनियां अपनी ऐसी वेबसाइट (Web Developer Kaise Bane) बनाना चाहती है जिसके जरिए वे अपने लॉयल कस्टमर के साथ संभावित कस्टमर के साथ भी जुड़ पाए। इतना ही नहीं क्लायंट के साथ भी कनेक्ट हो पाएं। ऐसे में वेब डेवलपमेंट एक ऐसा फिल्ड है जहां अगर आपके पास वेब डेवलपमेंट के साथ ही क्रिएटिविटी और ट्रेंड को पहचानने की समझ है तो यह प्रोफेशन आपके लिए हीं हैं। अगर आप भी Web Development course सिख के Website Development filed में अपना कैरियर बनाना चाहते तोह आज ही पटना का सबसे सर्वोतम Website Development Course in Patna at BCIT WORLD में आज ही अपना डेमो फिक्स करे ।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
वेब डेवलपर का क्या काम होता है?
वेब डेवलपर्स ऐसे प्रोफेशनल्स होते हैं जो अलग अलग प्रोग्रामिंग भाषाओं, फ्रेमवर्क और अन्य टेक्निकल साधनों की मदद से वेबसाइट और वेब एप्लिकेशन बनाते हैं।
वेब डेवलपमेंट क्या होता है?
किसी भी कंपनी या ऑर्गेनाइजेशन के लिए ऑनलाइन प्रेजेन्स बनाना मतलब वेब डेवलपमेंट। वेब डेवलपमेंट में वेब पेज बनाने से लेकर वेब एप्लिकेशन का काम शामिल हैं।
वेब डेवलपर की सैलरी कितनी होती है?
वेब डेवलपर की शुरूआती सैलरी 25 हजार प्रति माह होती है लेकिन एक्सपिरियंस के साथ सैलरी 1 लाख प्रति माह तक पहुंच सकती है।
वेब डेवलपर कैसे पैसे कमा सकते है?
वेब डेवलपर के लिए विदेश में भी रोजगार के कई अवसर मिलते हैं। इसके आज ही आप फ्रीलांसर के तौर पर भी प्रोजेक्ट लेकर पैसे कमा सकते हैं।
वेब डेवलपर का कोर्स कैसे?
क्लास 12 के बाद आप कंप्यूटर साइंस का कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा ग्रेजुएशन के बाद MCA या MBA IT के विकल्प भी चुन सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफार्म जैसे कि गूगल, कोर्सेरा, उडेमी से भी कोर्स कर सकते हैं।
वेब डेवलपर बनने की योग्यता क्या है?
वेब डेवलपर बनने के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ UX, UI, विजुअल डिजाइन, वेब एनिमेशन SEO का नॉलेज होना जरूरी है।
वेब डेवलपमेंट का सिलेबस कैसा होता है?
वेब डेवलपमेंट में HTML, CSS, Javascript, फ्रेमवर्क, सर्वर साइड स्क्रिप्टिंग, डेटाबेस, कोडिंग एक्सरसाइज इत्यादि सिलेबस होता है।
वेब डेवलपमेंट का कोर्स कितने साल का होता है?
आम तौर पर वेब डेवलपमेंट का कोर्स 6 महिने से लेकर 1 साल का हो सकता है।